चुटकुला : खाने के बाद भूख नहीं लगती...
बीकानेर (राजस्थान) से नारायण एक चुटकुला सुना रहे हैं “खाने के बाद भूख नहीं लगती” एसी जानकारी, गीत, कहानी, चुटकुला रिकॉर्ड करने के लिये 08050068000 पर मिस्ड कॉल कर सकते हैं|
Posted on: Jul 08, 2022. Tags: JOKE RASTHAN
अरे जंगल में चारों और पेड़-पेड़ हवे रे...चुटकुला-
अमोद सिंह, ग्राम पंचायत-जीर, पोस्ट-बैंदुल, थाना-माड़ा, तहसील-माड़ा, जिला-सिंगरौली (मध्यप्रदेश) से एक चुटकुला सुना रहे हैं:
अरे जंगल में चारों और पेड़-पेड़ हवे रे-
नदिया बहे हमरे गांव बैगा के लरिका सुवर
सामर मारे रे राजा के लरिका बाघ मारे-
जंगल मोर के बिना सोचे ले चोर-
सोने हैं बराते दारु खोर के बिना-
Posted on: Jun 07, 2022. Tags: INGRAUL JOKE MADA MP
चुटकुला : गधा और गधी...
ग्राम-बेलगाँव, जिला-नारायणपुर (छत्तीसगढ़) से स्कूली की छात्रा चाँदनी धुर्वे एक चुटकुला सुना रही है :
मंदिर के सामने एक गधा और एक गधी रहते हैं वहीं एक गाय भी रहती है| लोग मंदिर में पूजा करने जाते है, जब पूजा कर वापसी में आकर गाय के पैर छूते हैं तो
गधी गधा से सवाल पूछती है सभी लोग मंदिर से आकर गाय के पैर छूते हैं मेरा क्यों नहीं, तब गधा कहता है, मेरे होते हुए तेरे पैर कौन छुयेगा|
Posted on: Jan 10, 2020. Tags: CG JOKE NARAYANPUR PARDEEP JOGI SONG VICTIMS REGISTER
अपनों से अलग होने से हमारी कीमत कम रह जाती है, कृपया अपने परिवार, मित्रों से हमेशा जुड़े रहें...
हरिशंकर रजक एक कहानी सुना रहे है: जब अंगूर खरीदने बाजार गया, उसका क्या भाव है पूछा तो बोला 80 रूपये किलो। पास ही कुछ अलग-अलग टूटे हुए अंगूर दाने पड़े हुए थे पूछा क्या भाव है बोला 30 रूपये किलो। मैंने पूछा इतना कम दाम क्यों ओ बोला साहब है तो अभी बहुत बढिया लेकिन अपने गुच्छे से टूटे गये है इसलिए। मैं समझ गया कि अपनों से अगल होने पर हमारी कीमत आधे से भी कम रह जाती है कृपया आपने परिवार मित्रो से हम हमेशा जुड़े रहे:
दूसरा एक चुटकुला : एक पढ़ा लिखा आदमी एक अनपढ़ ग्वार दोनों दोस्त है अनपढ़ बोलता है पढ़ा लिखा से घड़ी और बीबी में क्या अंतर है पढ़ा लिखा आदमी बोलता है घडी बिगड़ जाती है तो बंद हो जाती जब बीबी बिगड़ जाती है तो शुरु हो जाती है...
Posted on: Sep 20, 2018. Tags: BODLA CG HARISHANKAR RAJAK JOKE KABIRDHAM SONG STORY VICTIMS REGISTER
ज्यादा घूमा फिरा न करो शैतान घूमते है...चुटकुला
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़,(छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पडियारी एक चुटकुला सुना रहे हैं:
पिता: बेटा अँधेरी रात में ज्यादा घूमा फिरा न करो शैतान घूमते है-
बेटा : पिता जी आप रात-रात भर घूमा करते है, आपको शैतानो से डर नही लगता है-
पिता: बेटा अब तो मै बड़ा हो गया हूँ जब मै छोटा था, तो बहुत डरता था मेरा पिता तेरे दादा जी यही कहा करते थे-
बेटा : पिता जी आप डरते थे इसलिए आप भी मुझे डरा रहे हैं पर मै तो नया जमाने का हूँ आज शैतानों से कोई नही डरता है तो मै क्यों डरूं-
पिता : बेटा शैतानों से न दोस्ती करनी चाहिए न दुश्मनी करनी चाहिए दोनों ही महंगा पड़ता है-
बेटा : पिता जी शैतानों से दोस्ती ही करना चाहिए उससे लाभ ही लाभ है मैने उनसे दोस्ती की है...