जा मयारू जा लाल चुनरिया ओढ़ के...गीत-
बेमेतरा, छत्तीसगढ़ से संजय चंदेल एक छत्तीसगढ़ी गीत सुना रहे हैं, जिसके बोल हैं, ” जा मयारू जा लाल चुनरिया ओढ़ के ” | अपने गीत संदेश रिकॉर्ड करने के लिये 08050068000 पर मिस्ड कॉल कर सकते हैं|
Posted on: Oct 07, 2022. Tags: BEMETARA CG SANJAY CHANDEL SONG
रामा झुमय नारंगिया की डाल कोयल...गीत-
प्रयागराज, उत्तरप्रदेश से संजय कुमार प्रजापति एक गीत सुना रहे हैं:
रामा झुमय नारंगिया की डाल कोयल-
एक बोलय कोयलिया एक बोलय हो-
रामा मगन सीता मांगन विधि पुरवाई हो-
रामा झुमय नारंगिया की डाल कोयल...
Posted on: Jun 10, 2022. Tags: PRAYAGRAJ SANJAY KUMAR PRAJAPTI SONG UP
हमारे हैंडपंप 2 महीने से खराब है, एक किलोमीटर दूर से पानी लाते हैं, अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं...
ग्राम पंचायत-पारापुर, ब्लाक-लौहंडीगुडा, जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) से संजय कुमार नाग बता रहें हैं कि उनके गांव में 2 हैण्डपम्प है उसमें पर्याप पानी नहीं मिल पाती हैं, वहाँ सौर ऊर्जा लग जाने से लोगों को पानी कि सुविधा हो जाती 50-55 का जनसंख्या है, इसके लिए उन्होंने सचिव सरपंच को शिकायत कियें हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहें है, इसलिए साथी सीजीनेट के साथियों से मदद की मांग कर रहे है कि इन नम्बरों में बात कर सौर ऊर्जा लगवाने में मदद करें: संपर्क@9479868869, कलेक्टर@8458956694, CEO@8889251366.
Posted on: Jun 06, 2022. Tags: BASTAR PROBLEM CG LOHANDIGUDA SANJAY NAG WATER
पंचगव्य बनाने की विधि-
जिला-छिंदवाडा, मध्यप्रदेश से संजय पंचगव्य के बारे में बता रहे हैं, गौमूत्र 8 ग्राम, गाय का ताजा गोवर का रस निकाल कर कपडे से छान कर 4 ग्राम ले लें, गाय का दूध 32 ग्राम और दही 32 ग्राम, घी 32 ग्राम लें, रात को पानी में रखे, इन सब को मिलाकर मिट्टी, कांच या स्टील के पात्र मे उपयोग करें, संबंधित विषय पर जानकारी के लिये दिये नंबर पर संपर्क कर सकते हैं| संपर्क नंबर@187007. (AR)
Posted on: Oct 12, 2021. Tags: CHHINDWARA MP SANJAY
पंचामृत का महत्व...
जिला-छिंदवाडा, मध्यप्रदेश से आचार्य संजय पंचामृत का महत्व और बनाने का तरीका बता रहे हैं| पंचामृत का सेवन लाभदायक होता है, इसका उपयोग पूजा पाठ के समय प्रसाद के रूप में किया जाता है| यह सुपाच्य होता है| आयुर्वेद के अनुसार जब किसी रोगी को भोजन नहीं पचता तब उसे दवा के रूप में पंचामृत दिया जाता है| पंचामृत बनाने के लिये 5 चीजे उपयोग में लायी जाती है| गाय का घी, शहद, शक्कर, दूध, तुलसी पत्र, गंगा जल लिया जाता है| इसके लिये सभी को आवश्यकता अनुसार लिया जा सकता है|