बाल चौपाल : आँगन में बातचीत
श्रोताओं, सहकार रेडियो के कार्यक्रम “बाल चौपाल” में आज आप सुनेंगे कहानी “आँगन में बातचीत” इसे अपनी आवाज़ दी है इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश से रेडियो कलाकार साथी निहारिका ने | कहानी को हमने लिया है बाल बुलेटिन “अनुराग” से| ध्वनि सम्पादन किया है साथी शिल्पी ने| अपनी प्रतिक्रिया हमें यूट्यूब चैनल या फेसबुक पेज के कमेन्ट बॉक्स में ज़रूर दें|
Posted on: Jun 27, 2023. Tags: BALCHAUPAL SAHKAR RADIO STORY
एकता और शांति से रहना चाहिए...
केशव प्रसाद दुबे, ग्राम पारपौड़ी, ब्लॉक ताजा, जिला बेमेतरा, छत्तीसगढ़ से एक शांति संदेश सुना रहे है,एकता और शांति से रहना चाहिए, जिस तरह अलग अलग रंग के फूल को मिलाकर माला बनाया जाता है, उसी तरह अलग अलग धर्म के लोग को मिलकर हिंदुस्तान के एकता को एकजुट होकर दिखाना चाहिए, सभी जाती धर्म को एकजुट होकर देश मे रहना चाहिए...
Posted on: Dec 02, 2022. Tags: BEMETARA CG STORY
एक नगर में दो आदिवासी बालक की कहानी...
(मध्यप्रदेश) से सुरेश कुमार बड़वानी कहानी सुना रहे है |
एक नगर में दो आदिवासी बालक रहते थे |उन दो की बड़ी गहरी मित्रता थी | उन दोनों के नाम छोटू और अर्जुन थे |और उनके गाँव में सुंदर काका नामक व्यक्ति रहता था |सुंदर काका के बगीचे में बहुत सारे आम के पेड़ थे |छोटू और मोटू रोज वहां से गुजरते थे लेकिन आम तोड़ने का साहस नहीं होता था |एक दिन अर्जुन ने छोटू को कहा आज सुंदर काका नहीं है, आम खाने का बड़ा अच्छा मौका है |वे दोनों बगीचे पेड़ में गए और आम के पेड़ को पत्थर मारे, पत्थर पेड़ के नीचे खड़े सुंदर काका के सर में लग गया| और वे दोनों भागने लगे लेकिन रखवाले ने उन दोनों को पकड़ लिया और सुंदर काका के पास ले गए |दोनों बहुत डरे हुए थे | रखवाले ने कहा आज्ञा हो तो इन दोनों के हड्डी पसली तोड़ दू |सुंदर काका बोले इन दोनों का मन आम खाने का था, इन्हें मरने का नहीं |गलती से मुझे पत्थर लग गया तो दोनों का क्या दोष, छोड़ दो |बोले बेटा जब भी आम खाने का मन करे तो आम खाने आ जाना | इस घटना के बाद कभी भी छोटू और मोटू चोरी के आम नहीं खाते थे| जब भी मन होता सुंदर काका से मांग लेते थे |
Posted on: Dec 02, 2022. Tags: BADWANI KUMAR MP STORY SURESH
बुद्धिमान यात्री ... कहानी
सुरेश कुमार बड़वानी मध्य प्रदेश से एक कहानी सुना रहे हैं, जिसका बोल है बुद्धिमान यात्री,, एक यात्री जंगल से गुजर रहा था गर्मी बहुत अधिक था। उसने प्यास कि महसूस किया उसने पानी की तलाश की परंतु असफल रहा। अंत में नारियल पेड़ के नीचे आया पेड़ में बहुत नारियल लटक हुआ था। पेड़ में चढ़ने में असमर्थ था।नारियल के पेड़ में बहुत सारे बंदर थे। फिर उसने बंदर को पत्थर मारा बंदर को गुस्सा आया बंदर ने नारियल तोड़े और यात्री को नारियल से मारे फिर उसने नजर तोड़कर पानी पिया।
Posted on: Dec 01, 2022. Tags: BADWANI KUMAR MP STORY SURESH
गरीब परिवार का कहानी-
सुरेश कुमार बड़वानी मध्य प्रदेश से एक कहानी सुना रहे हैं इस गांव में गरीब लोग थे उनका एक बेटी और एक बेटा रहा करते थे। पिताजी ने मजदूरी करके अपने बेटे को पढ़ाता था। और घर भी चलता था। लड़का ने एक दिन पढ़ लिख कर बड़े अधिकारी बन गया। और शहरों में रहने लगा। पिताजी ने बेटे के घर खुशी में मेहमान गया उसके घर में मेहमान आए हुए थे पिताजी ने बेटे से पूछा ए कौन है बेटे ने बोला मेरे रिश्तेदार हैं। बाप ने सुनकर रोते रोते घर वापस लौट आया। कभी भी अपने मां-बाप को दूर नहीं करना चाहिए किसी भी आस्था में क्यों ना हो।