होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब एक दिन...देश भक्ति गीत-
ग्राम-कुम्हारी, पंचायत-भैसागांव, तहसील-अंतागढ़, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से नीलिमा हुसेंडी, यमुना वैस, विद्या और दिव्या एक कविता सुना रहे हैं :
होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब एक दिन-
मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास-
हम होंगे कामयाब एक दिन-
हम चलेंगे साथ-साथ, डाल हाथों में हाथ-
हम चलेंगे साथ-साथ, एक दिन-
मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास...
Posted on: Apr 07, 2019. Tags: ANTAGARH CG KANKER RADHA KACHLAM SONG VICTIMS REGISTER
हाथी भालू दोनों में था, सच्चा-सच्चा मेल...कविता-
ग्राम-कुम्हारी, पंचायत-भैसागांव, तहसील-अंतागढ़, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से नीलिमा हुसेंडी और यमुना वैस एक कविता सुना रहे हैं :
हाथी भालू दोनों में था, सच्चा-सच्चा मेल-
दोनों मिलकर खेल रहे थे, लुका छिपी का खेल-
हाथी बोला सुन भैया भालू मै अब छुपने जाता हूं-
पानी वाली जगह मिलूंगा पक्की बात बताऊंगा...
Posted on: Apr 07, 2019. Tags: ANTAGARH CG KANKER POEM RADHA KACHLAM SONG VICTIMS REGISTER
दीदी का जब व्याह रचाया मेरे माता और पिता ने...कविता-
ग्राम-कुम्हारी, पंचायत-भैसागाँव, तहसील-अंतागढ़, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से नीलिमा हुसेंडी, जमुना और सुनीता एक कविता सुना रहे हैं :
दीदी का जब व्याह रचाया मेरे माता और पिता ने-
मेहमानों को तब बुलाया मेरे माता और पिता ने-
दिल्ली से फिर दादा-दादी, नाना-नानी आये-
साथ में बिंदिया, चूड़ी कंगन कई भेटिया लाये-
मामा-मामी, काका-काकी, मौसा-मौसी आये-
धूम धाम से हुई सगाई दीदी की थी शादी...
Posted on: Apr 06, 2019. Tags: CG KANKER POEM RADHA KACHLAM SONG VICTIMS REGISTER
इरी दाय न, दली दाई यंदी रे, नि दाय न दल्ली...गोंडी गीत-
ग्राम-टेकामेटा, तहसील-पखांजूर, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से राधा कचालाम एक गोंडी गीत सुना रही हैं इस गीत को दूल्हा दुल्हन को गोटुल ले जाते समय गाते हैं:
रे रे लोयो, रे रे लोयो रे रेला-
इरी दाय न, दली दाई यंदी रे-
नि दाय न दल्ली-
रे रे लोयो, रे रे लोयो रे रेला-
इरी दाय न, दली दाई यंदी रे...
Posted on: Mar 08, 2019. Tags: CG GONDI KANKER RADHA KACHLAM SONG VICTIMS REGISTER
वन में खड़े हैं राम लक्ष्मण कोयलिया कू कू बोले...गीत-
ग्राम-टेकामेटा, तहसील-पखांजूर, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से राधा कचालाम एक गीत सुना रही हैं:
वन में खड़े हैं राम लक्ष्मण कोयलिया कू कू बोले-
अरना के घर बनाये, घपरा के कुड़ी-
कोयलिया कू कू बोले-
कारी कुकरी कर चरावे हुसियारिन सेवे-
कोयलिया कू कू बोले...