गर्मी के दिन में जंगल से कई तरह की भाजी जैसे कोलियरी, पालोड़, चापोड़ा, चेरोटा मिलता है...
नगर पंचायत-भामरागड जिला-गडचिरोली महाराष्ट्र से माली चैतु कलमुटी बता रही है कि गर्मियों के दिन में हमारे यहां जंगल से कई तरह के भाजी खाने के लिए लाते है जैसे कोलियरी भाजी, चापोड़ा, चेरोटा भाजी, पालोड़ आदि लाते हैं खेत में भी खाने के लिए टमाटर मिर्ची बैगन आदि लगा लेते हैं बाजार से लहसुन प्याज तेल आदि खरीदकर लाते हैं इसी तरह हम अपना जीवन यापन करते हैं (167532) CS
Posted on: Jun 12, 2020. Tags: BHAMRAGAD GADCHIROLI MH FOREST MALI CHAETU KALMUTI
हमारे यहां जंगल में हर तरह के जानवर है, भालू लोंगो पर कई बार हमला किया है...(माड़िया में)
नगर पंचायत-भामरागड, जिला-गडचिरोली (महाराष्ट्र) से देवजी पुंगाटी माड़िया गोंडी भाषा में मोहन यादव को बता रहे है इनके यहाँ अभी भी बहुत भारी जंगल है जंगल में हर तरह के जानवर रहते है जिसमे से ज्यादा भालू लोंगो पर कई बार हमला किया है कई कई लोग भालू के हमले से मर चुके है लोग अकेले जंगल में जाने से डरते है यदि जंगल में जाते है तो लोग इकट्ठा होकर जाते है तभी कुछ ला पाते है किसी पर यदि हमला हो जाता है तो सरकार को जानकारी मिलने पर मुआवजा दे देता है इसलिए हमारे यहाँ जंगल अभी बचा हुआ है|(168495).CS
Posted on: Jun 05, 2020. Tags: BHAMRAGAD GADCHIROLI MH DEVJI PUNGATI FOREST GONDI MADIA
हमारे यहाँ इमली से घरों में कई प्रकार की चीजे बनाई जाती है, बेचते भी हैं...(माडिया भाषा में)
नगर पंचायत-भामरागड, जिला-गडचिरोली महाराष्ट्र से सीता मधुकर मडावी बता रही है कि उनके यहाँ इमली से कई सारी चीजे बनाई जाती है |जैसे बीज को भुन्जकर रात भर पानी से भिगोते है |पेज बनाते है चटनी बनाते है, पत्ते का भाजी बनाकर खाते है | एक वर्ष तक किसी चीज में पैक करके भी रखते है और बारिश के समय खाते है और बाजार में बेचते है |(168572)
Posted on: May 27, 2020. Tags: BHAMRAGAD GADCHIROLI MH FOREST GONDI MADIA SEETA MADHUKAR MADAVI STORY
15 या 20 दिन बाद तेंदूपत्ते का पैसा मिल जाता है और बोनस भी एक साल बाद मिल जाता है...
निर्मला सडमेके ब्लॉक भामरागड़ जिला गडचिरोली (महाराष्ट्र ) से रंजोंती मंडावी को बता रही है कि तेंदू पत्ता साल में एक बार तोड़ते है हर साल तोड़ते है अभी अभी ख़तम हुआ है इस साल | सुबह 5 बजे उठकर तोड़ने जाते है और पत्ते को लाकर 35-35 एक एक साइड यानि 70 पत्ते का एक बण्डल बनाते है और बांधकर के सुखाने के लिए गाँव के बाहर ले जाते है | वे बता रही है कि 15 या 20 दिन बाद पत्ते का पैसा मिल जाता है और बोनस भी एक साल बाद मिल जाता है | वे आगे बता रही हैं कि हमे तेंदू पत्ता तोडना अच्छा लगता है और मुझे आशा है कि सीजीनेट सुनने वाले सभी सांथियों को भी इस बारे में सुनकर अच्छा लगेगा मुझे बहुत अच्छा लगा | धन्यवाद
Posted on: May 26, 2020. Tags: BHAMRAGADH GADCHIROLI MH FOREST NIRMLA SADEMEKE SONG TENDU VICTIMS REGISTER
वनांचल स्वर: जंगलो से हमे सब्जी भाजी, शुद्ध हवा मिलती है, हमे जंगलो की रक्षा करनी चाहिए...
ग्राम-घोड़ागाँव, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से अमर मरावी के साथ मंगल पोटाई, सनद नुरुटी और लालासु नुरुटी जंगलो के बारे में गोंडी में बता रहे है कि हम जंगल के बिना नही रह सकते क्योंकि हम लोग जंगल से जुड़े हुये हैं जंगलो से हमे बहुत कुछ सब्जी भाजी मिलती है तो हम सब को मिलकर जंगल को बचाना चाहिए और हमें इसे आगे आने वाली पीढ़ी के लिए बचाना होगा यदि जंगल उजड़ जायेगा तो हम नही रह सकेंगे।जंगल नही रहने से हमारा बहुत नुकसान होगा | जंगल होने से हमे बहुत फायदा होता जंगल से हमे बांस लकड़ी सब कुछ मिल जाता हैं जंगल रहने से हमे शुद्ध हवा मिलता है यदि जंगल नही होता तो हमे ये सभी चीजे मिल पाना संभव नहीं होता|