देश विदेश आदिवासियों को रायपुर में बुलाया हैं...कविता
जिला-राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व एक कविता सुना रहे हैं:
देश विदेश आदिवासियों को रायपुर में बुलाया हैं-
यथा नाम तथा गुण तेरे छतीसगढ़ का नाम बढाया हैं-
भूपेश का अर्थ राजा होता हैं, राजा जैसा ठाठ बाट हैं-
तेरे ही कारण छत्तीसगढ़ का ऊचा हुआ ललाठ हैं-
गांव-गांव का उन्ती का जमा पुने पहनाया हैं...GT
Posted on: Nov 02, 2021. Tags: CG POEM RAJNANDGANV VIRENDRA GANDHARV
एक रुत आये एक रूत जाए....गीत-
राजनांदगाँव, छत्तीसगढ़ से वीरेंद्र गंधर्व एक गीत सुना रहे हैं:
एक रुत आये एक रूत जाए-
मोसम बदले ना बदले ना शरीर-
कब तक सूखे पर्वत आँखे बरस गयी-
बादल तो ना बरसा आँखे बरस गयी-
एक रुत आये एक रूत जाए...
Posted on: Jul 21, 2021. Tags: CG GANDHARV RAJNANDGAON SONG VIRENDRA
आओ योगा दिवस मनाएं तन से मन जुड़े...गीत-
जिला-राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से वीरेंद्र गंधर्व एक गाना सुना रहे है:
आओ योगा दिवस मनाएं तन से मन जुड़े-
मन से जुड़े आत्मा-आत्मा से जुड़े आहे जब परात्मा-
आओ योगा दिवस मनाएं तन से मन जुड़े-
काम क्रोध लोग बम मोह माया मोछ काया-
आओ योगा दिवस मनाएं तन से मन जुड़े...
Posted on: Jul 08, 2021. Tags: CG HINDI RAJNANDGAONV SONG VIRENDRA GANDHARV
रंग लाती है हिना पत्थर पे घिस जाने के बाद...शेर-
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व एक शेर सुना रहे हैं:
रंग लाती है हिना पत्थर पे घिस जाने के बाद-
कद्र इंशान की होती है कब्र में जाने के बाद-
हिना अर्थात मेहंदी आज तो मेंहदी पिसी हुई आती है-
किन्तु पहले मेंहदी की पत्ती लेट थे और पीसते थे तब उसका रंग निखरता था| (AR)
Posted on: Jun 09, 2021. Tags: CG RAJNANDGAON SHER VIRENDRA GANDHARV
सागर दिवस...
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व सागर दिवस के बारे में बता रहे है:
सागर को समुद्र कहा जाता है अरावास नेर निधि रत्नाकार जो की सारी नदी इसमें समाती है तो इसे नदीस भी कहा जाता है समुद्र बहुमूल्य है संसार के लिये क्यूंकि नमक है तो संसार है और समुद्र है तो संसार क्यूंकि समुद्र में जो खारा पानी होता है वही नमक को जन्म देता हैऔर समुद्र मौसम को भी निर्धारित करता है समुद्र में तरह तरह के जीव जन्तु होते है मोती भी तो समुद्र में होते हैं | (AR)