दो जंवा दिलो का गम दूरियां समझती हैं...गीत-
खैरागढ़ संगीत विश्व विद्यालय (छत्तीसगढ़) से संतलाल पाठक एक गीत सुना रहे हैं :
दो जंवा दिलो का गम दूरियां समझती हैं-
कौन याद करता है, हिचकियां समझती हैं-
यूं तो सैर गुलशन को कितने लोग आते हैं-
फूल कौन तोड़ेगा डालियां समझती हैं-
दो जंवा दिलो का गम दूरियां समझती हैं-
कोन याद करता है, हिचकियां समझती हैं...