सबसे पहले हमारे यहां कुछ ब्राम्हण परिवार के लोग बसे थे, जिसके कारण शहर का नाम बम्हनी पड़ा...
नगर पालिका-बम्हनी, तहसील-नैनपुर, जिला-मंडला (मध्यप्रदेश) से शिक्षक रामगोपाल हरदहा अंकित पडवार को बता रहे हैं कि उनका बम्हनी नगर बंजर नदी के किनारे बसा एक छोटा सा जगह है, जो मंडला से 10 किलोमीटर की दूरी पर है, उनका कहना है कि शायद इसी नदी के नाम से नगर का नाम बम्हनी पड़ा, उनके पूर्वजो के अनुसार वहां पर पहले ब्राम्हण परिवार के लोग ज्यादा बसे हुवे थे और उन्ही ने नगर को बसाया है, आज वहां कई समुदाय के और धर्म को मनाने वाले लोग रहते हैं, उस समय 3 या 4 परिवार के लोग रहते थे जो जमींदार भी थे तो उनके कारण भी शहर का नाम बम्हनी पड़ा ऐसा भी लोग कहते है. आज वहां की संख्या 10 हजार से ज्यादा हो चुकी है | अंकित पडवार@9993697650.
Posted on: Sep 25, 2018. Tags: ANKIT PADWAR MANDLA MP NAINPUR SONG STORY VICTIMS REGISTER
मैना हो मन होगय मोरो रे उदास...गीत
अमर मरावी एक गीत के माध्यम से तोता और मैना के बीच संवाद को प्रस्तुत कर रहे है:
मैना हो मन होगय मोरो रे उदास-
जंगल नई है, झाड़ी नई है, नई है खेती बाड़ी-
गांव ले भगा के हमला करी रे पराई-
ये दुनिया के काम ला देखो नई आय धरमवासी-
जिदगी ला कईसे काटी, कईसे रहिबो संगी-
चल चली संग सहेली मन होगे तंगी-
नरवा में पानी नई है-
कुंवा में पानी नई है कईसे खेती होही-
मैना हो मन होगय मोरो रे उदास...