फसल का दाम अगर किसान खुद तय कर सके तो पूरे भारत में 99 प्रतिशत गरीबी दूर हो सकती है...
गोंडवाना राजकुमार पोया ग्राम भेड़िया पोस्ट भेड़िया जिला सूरजपुर छत्तीसगढ़ से बता रहें है साथियों आप सभी को पता है, हमर छत्तीसगढ़ के सोना उगाये ले सोना उगाले सोना उगाले कहावत हे हमर छतीसगढ़ ला धान के कटोरा कह जाथे, माटी उपजे माटी मा बड़े,उपजे माटी मा बड़े माटी मा मिलन होही संगी, माटी मा मिलन होही रे संगी,माटी मा मिलन होही रे, संगी कहावत हे, छत्तीसगढ़ में किसान मजदुर अपने फसल उगा करके खुद अपनी सेवा करते है और एक दुसरे को जिलाने का काम करते है| छत्तीसगढ़ में जितने भी कम्पनिया है ,लोहा बनाने वाला या मोटर कार बनाने वाला कंपनी या कपडा बनने वाला कंपनी जितने भी कंपनी है, वो सब अपने सामान का दाम खुद तय करते है यहां के किसान जो खेती करता है वे अपने फसल का दाम नहीं तय करते | फसल का दाम अगर किसान तय करे तो पूरे भारत 99 प्रतिशत गरीबी दूर हो सकता है सम्पर्क@8103153059