छः साल की छोकरी, भरकर लाई टोकरी...कविता-
ग्राम-दर्राटोला, तहसील-डौंडी, जिला-बालोद (छत्तीसगढ़) से कंचन एक कविता सुना रही हैं:
छः साल की छोकरी, भरकर लाई टोकरी – टोकरी भावे नहीं बताती भाव है-
भाव नहीं है पूछना, हमें न है चुसना-
पैसा पांच होता तो, चार चने लाते-
चार में से एक चना, घोड़े को खिलाते-
घोड़ों को खिलाते तो, टाय -टाय करता-
टाय-टाय करता तो, बड़ा मज़ा आता...