आदिवासी समाज में पूर्वज जो गुजर गए है उन्ही को देव के रूप में मानते है (गोंडी भाषा में)...
विकासखंड-भानुप्रतापुर, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से उत्तम आतला के साथ विष्णु पद्दा जी जुड़े है जो आदिवासियों के देवी देवता के बारे में जानकारी गोंडी भाषा में बता रहे है और कह रहे है कि आदिवासियों के देवी देवताओ को किसी ने बनाया नहीं है हमारे पूर्वज लोग जो गुजर गए है उन्ही को हम देव के रूप में मानते है! मरने के बाद उनके जीव को घर में लाते है और देव मानते है! घर के कोने में एक नया मटका में रखते है! यही सबसे बड़ा देव मानते है पर नई पीढी भूल रही है. प्रयास करना चाहिए कि आने वाली पीढी भूल ना जाये! कहाँ पे क्या करते थे हमारे पूर्वज लोगो का वह ध्यान रखना है|
Posted on: Jul 12, 2018. Tags: GONDI VISHNU DEV PADDA
बस्तेर भुमकोड लयोर वातोर भारी सुमरे मातोर...गोंडी कविता
जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) से विष्णुदेव पद्दा एक गोंडी कविता सुना रहे है:
बस्तेर भुमकोड लयोर वातोर-
भारी सुमरे मातोर-
नंदे जिलांग तल्ला ते जिलिंग-
येरलोर निहिची वातोर-
तल्ला ते पागा नंदे धोत-
बाड़ी ओबे मातोंड-
ताने उडसी मंजा लया-
परके परके वाता...
Posted on: Apr 23, 2018. Tags: VISHNU DEV PADDA GONDI
गोंडी भाषा, गोंडी भाषा कोयतोरा...गोंडी कविता
जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) से विष्णुदेव पद्दा एक गोंडी कविता सुना रहे है:
गोंडी भाषा, गोंडी भाषा कोयतोरा-
गोंडी भाषा कर्री इमा वायतोरा-
पेन मनता हानल मनता-
मा तल मनता मावा-
टोंडा मनता मंडा मनता-
कुंडा मनता मावा-
इदेन सेवा कीया निमा वायतोरा-
गोंडी भाषा, गोंडी भाषा कोयतोरा...