हम सिहाड़ी बीज उबालकर खाते है<उसके जड़ से रस्सी बनाते हैं...माड़िया भाषा
नगर पंचायत-भामरागड जिला-गडचिरोली (महाराष्ट्र) से संतोष परसा सिहाड़ी बीज के बारे में बता रहे हैं सिहाड़ी बीज जंगल में मिलता है ये एक साल गैफ करके फलता है इसका फल छोटा-छोटा फल होता है कच्चा खाने से कडुआ लगता है इसे बीन कर लाते है लाकर उबालकर या भूँजकर भी खाते हैं इसके जड़ का रस्सी बनाया जाता है जिससे देन्दु पत्ती बाँधते है इसका रस्सी मजबूत होता है और भी काम आता है:संपर्क नम्बर @9423534885 (170027) CS
Posted on: Jun 20, 2020. Tags: BHAMRAGAD GADCHIROLI MH SANTOSH PARSA STORY
जिस ज़मीन पर पानी काम रुकता है वहां हमारे यहाँ अंकुर निकलने के बाद ओयु धान बोया जाता है...
नगर पंचायत-भामरागड जिला-गडचिरोली (महाराष्ट्र) से संतोष परसा अपनी माड़िया गोंडी भाषा में स्थानीय धान बोने के तरीके के बारे में बता रहे हैं वे कह रहे हैं जहाँ कम पानी रुकने लायक जमीन होता है वहाँ ओयु धान बोते हैं | सबसे पहले धान को रात भर पानी में भिगा देते हैं | इसके बाद एक दिन पानी से निकालकर साल के पत्ते में दबाकर रख देते हैं और जब उसका अंकुर निकल जाता है तब खेत में नागर-बैल या ट्रैक्टर से कीचड़ बना के बुआई कर देते हैं | थोड़ा बड़ा होने के बाद यूरिया-डीएपी खाद डालते हैं तब धान तेजी से बड़ता है: संपर्क नम्बर @9423534885 CS