हमारे गाँव में एक आंगनबाड़ी के लिए 3 साल से आवेदन कर रहे हैं, आज तक कोई काम नही हुआ-
ग्राम-किरेकट्टा, पंचायत-इरिगुट्टा, तहसील-पखांजूर, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से श्यामलाल कुमेटी और सुखदेर गावडे बता रहे हैं कि हमारे गाँव में आँगनवाड़ी नही है, बच्चो को 2 किलोमीटर दूर के आँगनवाड़ी में जाना होता हैं जिसमे छोटे बच्चे वहां नही जा पाते हैं और आंगनवाड़ी का लाभ नहीं ले पाते हैं. वे 3 साल से पंचायत और जनपद में आवेदन कर रहे हैं लेकिन आज तक कोई काम नही हो पाया है, इसलिए वे सीजीनेट के सांथियो से अपील कर रहे हैं कि दिए गए नंबरो पर अधिकारियों से बात कर समस्या को हल कराने में मदद करें, जिससे उनके गाँव के बिलकुल छोटे बच्चों को आंगनवाड़ी की सुविधा मिल सके : CDPO@9406341239. श्यामलाल कुमेटी@ 9406469597.
Posted on: Sep 21, 2018. Tags: ANGANWADI CG KANKER PAKHANJUR SHIVLAL USENDI SONG VICTIMS REGISTER
तारा रो यंगे नावा तोना डारा रो यंगे...गोंडी हुलकी विवाह गीत
ग्राम-मोरडा, तहसील-पखांजूर, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से संजू मंडावी के साथ घोडागाँव के साथी सुकलू नोरोटी एक गोंडी हुलकी विवाह गीत सुना रहे है:
रे रे लों रे रे रेलों रेलों रेलों रे रे रेला-
तारा रो यंगे नावा तोना डारा रो यंगे-
नन्ना रो नूनी पुनोन नूनी पुनोन-
नन्ना रो नूनी पुनोन रो-
नियर रे बूबल पुतोर,नियर रे बूबल पुतोर...
Posted on: Sep 21, 2018. Tags: CG GONDI HULKI KANKER MARRIAGE PAKHANJUR SANJU MANDAVI SONG
हे जाति रे बाती पेकोरो, येला जाती रे बाती पेकोरो...गोंडी शादी गीत-
ग्राम-छेरीपारा, तहसील-पखांजूर, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से रामवती, सुकमाय, जोया और मानो गोंडी भाषा में एक शादी गीत सुना रहे हैं :
रे रे रेला रेला रे रेला, चोबई रेला रे रेला-
हे जाति रे बाती पेकोरो, येला जाती रे बाती पेकोरो-
सो बाई पंगो रेलो रे-
हे जाए रे जागुड मंदा ते-
ये लो बागो रे दादल मंदा ते...
Posted on: Sep 20, 2018. Tags: CG GONDI KANKER MARRIAGE PAKHANJUR RANO WADDE SONG VICTIMS REGISTER
20 साल से सार्वजनिक रूप से मछली पालन करते हैं, गाँव के लोगों को जरुरत पड़ने पर बेचते हैं...
ग्राम-मुरावन्डी, तहसील-पखांजुर, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर से भगवत राम कुंजाम सीजीनेट स्वर जन पत्रकारिता जागरूकता यात्रा के राजू राणा को बता रहे हैं कि उनके गाँव में एक तालाब है, जहां वे लोग लगभग 20 साल से परम्परा के अनुसार सार्वजनिक रूप से मछली पालन करते हैं, इसके अलावा गाँव के सभी लोगों का नहाना, कपड़े साफ करना, पशुओं को पानी पिलाना आदि कार्य भी वहां होते हैं, वर्तमान में वे 12 किलोग्राम मछलियों का बीज तालाब में डाले हैं, ये अनुमान नही है कि उनसे कितना वृद्धि होगी ये लोग मछलियों को बाजार में बेचते नहीं है, गाँव के लोगों को जरुरत पड़ने पर निश्चित भाव लगाकर उन्हें ही दिया जाता है|पड़ोसी गाँव वाले मांगने पर उनको भी मछली देते हैं...
Posted on: Sep 19, 2018. Tags: CG FISHRIES KANKER PAKHANJUR RAJU RANA SONG VICTIMS REGISTER
जाति बातिर पेकोर येलो जाति बाति येलो पेकोरे...गोंडी गीत
ग्राम-माचपल्ली, तहसील-पखांजूर, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से हेमगाय गावड़े और राधा कचलाम एक गोंडी गीत सुना रहे हैं:
रे रे लोयो रेला रेला रे रे लोयो रेला रे रे ला-
जाति बातीर पेकोर येलो जाति बाति-
येलो पेकोरे-
अडका काया चिलोर चलोर-
रेला काया सोबाय काया रे रेला-
जाति बातिर पेकोर येलो जाति बाति-
येलो पेकोरे...