ही कवना चरईया रे दहे गुंजारी गे सारो...नागपुरिया गीत
आश्रित-कुरूमगढ़, ग्राम पंचायत-बामदा, ब्लाक-चैनपुर, जिला-गुमला (झारखण्ड) से प्रभु यादव एक नागपुरिया भाषा में गीत सुना रहें है:
ही कवना चरईया रे दहे गुंजारी गे सारो-
कवना चरईया बोले राती गे सावरो-
हंसा चरईया रे दहे गुंजारी गे सारो-
मंजूरा चरईया बोले राती गे सारो-
ही केकर लागिन अंगना बिरिंदा भेले सावरो-
ही कवना चरईया रे दहे गुंजारी गे सारो...