जय हनुमान ज्ञान गुन सागर...चौपाई-
चित्रकूट उत्तरप्रदेश से कुस कुमार मौर्य चौपाई सुना रहे हैं:
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर-
जय कपीस तिहुं लोक उजागर-
रामदूत अतुलित बल धामा-
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा-
महाबीर बिक्रम बजरंगी-
कुमति निवार सुमति के संगी-
कंचन बरन बिराज सुबेसा...
Posted on: Jul 19, 2022. Tags: CHITRAKOOT KUMAR KUSH SONG UP
लॉकडाउन में परिवार को खाने की समस्या होती है...
पांडूरंगा चाल, वलईपाड़ा, संतोष भवन, नाला सुपाड़ा ईस्ट, पालघर (महाराष्ट्र) से लवकुश कुमार बता रहे हैं कि लॉकडाउन के कारण परिवार को खाने की समस्या हो रही है, घर में छोटे बच्चे हैं, वे सीजीनेट के साथियों से अपील कर रहे हैं कि अधिकारियों से संपर्क कर राशन दिलाने में मदद करें: संपर्क नंबर@9892827468, 7768893287. (167981)
Posted on: May 21, 2020. Tags: CORONA PROBLEM LAVKUSH KUMAR MH PALGHAR SONG VICTIMS REGISTER
भजन गीत : करते हैं हम शुरू आज का काम प्रभु...
ग्राम-तालडेबरी, पोस्ट-पोथली, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कुश कुमार अजगंडे एक भजन सुना रहे है:
सुबह सबेरे लेकर तेरा नाम प्रभु-
करते हैं हम शुरू आज का काम प्रभु-
शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाये हम-
विद्या का वरदान तुम्ही से पाये हम-
तुम्ही से है आगाज तुम्ही अंजाम प्रभु-
करते हैं हम शुरू आज का काम प्रभु-
गुरुओ का सत्कार कभी न भूले हम-
इतना बने महान गगन को छुले हम-
तुम्ही से हर सुबह तुम्ही से शाम प्रभु-
करते हैं हम शुरू आज का काम प्रभु-
सुबह सबेरे लेकर तेरा नाम प्रभु-
करते हैं हम शुरू आज का काम प्रभु...
Posted on: Nov 15, 2019. Tags: KUSH KUMAR RAIGARH CG SONG VICTIMS REGISTER
कृष्ण भजन : हे कृष्ण गोपाल हरि हे दीनदयाल हरि...
ग्राम-तालदेवरी, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कुश कुमार एक कृष्ण भजन सुना रहें है:
हे कृष्ण गोपाल हरि हे दीनदयाल हरि-
तुम करता तुम ही तारण हे परम कृपाल हरि-
हे दीनदयाल हरि रथ हांके रणभूमि में और-
धर्म योग के मार्ग बताये अजय अमर है परमतत्व्यी-
काया के दुःख-सुख समझाये सखा सारथी शरणागत के-
सदा प्रतिपाल हरि हे दीनदयाल हरि हे कृष्ण गोपाल हरि-
हे कृष्ण गोपाल हरि हे दीनदयाल हरि...
Posted on: Oct 14, 2019. Tags: KUSH KUMAR RAIGADH CG SONG VICTIMS REGISTER
कृष्णा भजन : श्यामा आप बसो बृंदावन में...
ग्राम-तालदेवरी, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कुश कुमार एक कृष्ण भजन सुना रहें है:
श्यामा आप बसो बृंदावन में-
मेरी उमर बीत गई गोकुल में-
श्यामा रश्ते पे बाग लगा जाना-
फूल बिनुगी तेरी माला के लिये-
मै बाग निहारूं कुंजन में-
मेरी उमर बीत गई गोकुल में-
श्यामा रश्ते पे कुंआ खुदवा जाना-
मै तो नीर भरुंगी तेरे लिये-
मै तुम्हे नहलाऊँ मल-मल के-
मेरी उमर बीत गई गोकुल में-
श्यामा आन बसो बृंदावन में-
मेरी उमर बीत गई गोकुल में...