जोंढ़री मा बुनले मकई...गीत-
ग्राम-देवरी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से कैलास पोया एक गीत सुना रहे हैं:
जोंढ़री मा बुनले मकई-
पुटू खुखड़ी कर खाई-
बारी मा बुनाथे मकई-
जंगल कर पुटू खुखड़ी कर खाई-
दांस होहो होहो करें-
भुसडी कर चबाई...(AR)
ग्राम-देवरी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से कैलास पोया एक गीत सुना रहे हैं:
जोंढ़री मा बुनले मकई-
पुटू खुखड़ी कर खाई-
बारी मा बुनाथे मकई-
जंगल कर पुटू खुखड़ी कर खाई-
दांस होहो होहो करें-
भुसडी कर चबाई...(AR)