बस्तर छत्तीसगढ़ के कार्यक्रम नवा खाई...
जिला बस्तर (छत्तीसगढ़) से उमा धुर्वे बता रही है पूर्वजो से चले आ रहे नवा खाई कार्यक्रम रूढ़िवादी परम्परागत बस्तर छत्तीसगढ़ में अनोखा या फिर कहे एक विशेष रूप से मनाते है | नये धन की बाली को अपने देवी देवताओं या बुढा देव को अर्पित कर अपने घर आते है | घर के महिलायें फुल आरती, चावल, लाली, तिलक लगाकर पाँव पखारती है घर के विशिष्ट देवी देवता को नारियल, धुप लाली लगाकर पूजा अर्चना कर नारियल गुड का प्रसाद तथा नये चावल से बनाया गया खिर (कोरिया) पेड़ की पत्ते में घर के सभी सदस्य ग्रहण करते है इस पत्ते का विशेष महत्व है बर्तन का प्रयोग नही करतें है | इसके बाद दुसरे दिन गाँव लोग नवा खाई के अवसर पर एक दुसरे को बधाई देते है...