ओरे जो गेंदा रामानुका बावे रे दाईने भुजा फरके...फागुन सुमरनी गीत
ग्राम-भाडी, ब्लाक-ओडगी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से रूपलाल मरावी के साथ में पनवेश्वर एक फागुन सुमरनी गीत सुना रहे है:
ओरे जो गेंदा रामानुका-
बावे रे दाईने भुजा फरके-
एके तो अवय अंता जानिला-
पिपरी जी को धाम-
देह्गता या से झुंडा हरना-
रे कुमडिया के देव-
अकरा में स्वती ला बलाऊँ...