ऊंचे नीचे पर्वत पे मैया तेरा बसेरा है... भजन
करण शर्मा, जिला प्रयागराज, उत्तर प्रदेश से एक भजन सुना रहे हैं:
ऊंचे नीचे पर्वत पे मैया तेरा बसेरा है,
मैया तेरे द्वारे पे एक अंधा आया है,
अंधे को तेरा सहारा है मां,
मैया तेरे द्वारे एक लंगड़ा आया है,
ऊंचे नीचे पर्वत पे मैया तेरा बसेरा है...
Posted on: Dec 03, 2022. Tags: BHAJAN PRYAGRAJ SONG UP
तू इतनी दूर क्यों है मां... देशभक्ति गीत
भीम प्रसाद उत्तर प्रदेश से श्रोताओं को एक गीत सुना रहे हैं:
तू इतनी दूर क्यों है माँ,
बता नाराज है माँ,
मैं तेरा हूँ बुला ले तू,
गले फिर से लगा ले तू,
ओ माँ प्यारी माँ,
ओ माँ प्यारी माँ,
तेरे आँचल की छाया को,
मेरी नींदे तरसती हैं,
तेरी यादो के आँगन में,
मेरी आँखे बरसती हैं,
परेशान हो रहा हूँ मैं...
Posted on: Dec 03, 2022. Tags: BHIM DESHBHKTI PRSAD SONG UP
मुस्कुराने जिसे चाहा तूने हो... हिन्दी गीत
रोहित कुमार, उत्तर प्रदेश जिला प्रतापगढ़ से एक गीत सुना रहे हैं:
मुस्कुराने जिसे चाहा तूने हो,
जिया जाए ना जाए ना, हो रे पया,
धूप आए छाव सो की,
Posted on: Dec 03, 2022. Tags: HINDI PRATAPGARH SONG UP
कोई जब ज्ञान न पाए जब सरण जाए... भजन गीत
भीम प्रसाद उत्तर प्रदेश से सीजीनेट साथियों को एक गीत सुना रहे हैं: कोई जब ज्ञान न पाए जब सरण जाए ,
पद पद ज्ञान का दीप जलाए कष्ट में सब आए,
से होगे बिरापन सबको दया करो तुम दया का हैं, अधिकार तोरी छल मन से ...
Posted on: Dec 03, 2022. Tags: BHAJAN BHIM PRSAD SONG UP
यह लघु सरिता का बहता जल...कविता
ग्राम-मवई, पोस्ट-अलहिया, जिला-बाँदा (उत्तरप्रदेश) से सुरेन्द्र पाल एक
कविता सुना रहे है:
यह लघु सरिता का बहता जल-
कितना शीतल‚ कितना निर्मल-
हिमगिरि के हिम निकल–निकल-
यह विमल दूध–सा हिम का जल-
कर–कर निनाद कलकल छलछल-
बहता आता नीचे पल–पल-
तन का चंचल‚ मन का विह्वल-
यह लघु सरिता का बहता जल...