वनांचल स्वर: पहाड़ो पर स्थित किले और वन संपदा...
ग्राम-हिंदुबिना पाल, जिला-कांकेर (छत्तीसगढ़) शेर सिंह आँचला जी अन्तगढ़ विकास खंड के अंतर्गत कोटगुमल नामक जगह है जहां से तीन पहाड़ियों के तिल दिखाई पड़ता है। जिसके पठार पर पहले अच्छे किले थे, हज़ारो साल पहले राजाओं का वास रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से बढ़िया जगह थी वो आज उसे हिंदुबिनापाल कहा जाता है लेकिन पहले उसे गढ़बिनापाल से जाना जाता था। वहां पर हमने काफी अवशेष ढूंढे थे, वो जगह ऊँचाई पर स्थित है, देव स्थल भी हैं। गाओं वाले चाहते है वो जगह सुरक्षित रहे, पेड़ो की कटाई बन्द है। बाहरी लोग लालच में आकर पेड़ो की कटाई कर रहे हैं। खनिज संपदा को निकालने के कारण यह सब हो रहा है। इन सभी की सुरक्षा जरूरी है, आने वाली पीढ़ियों के लिए। ये सभी बहुमूल्य संपत्ति है। साल का बीज अभी भी पहाड़ पर है, वैन समितियों को बीज संरक्षण करने की जरूरत है। (MS)
Posted on: Oct 21, 2021. Tags: CG KANKER SHERSINGH ACHALA VANANCHAL SWARA
वनांचल स्वर: बुजुर्ग ने किया साहस प्रयोग के लिए दी ज़मीन-
ग्राम-दमकसा, जिला-कांकेर (छत्तीसगढ़) शेर सिंह आँचला जी ने बताया कि यह भूमि उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है उनके पूर्वज यहाँ 17वीं-18वीं शताब्दी के आस पास आए। ये अध्यापक थे। लोगो को जागरूक और वन बचाने के लिए संगठन बनाया और पंजीकरण भी करवाया । इसी को ध्यान रखते हुए अपनी जमीन पर एक प्रयोग किया नर्सरी बनवाकर, और कई तरह की विलुप्त होने वाली औषदियाँ भी लगाई। अब लोग जागरूक होने लगे हैं। गिलोय, भूलिम, आंवला के पेड़ लगाए गए। सुरक्षा का अभाव था, कार्यशालाएं भी चल रही हैं। हर वर्ष 5 जून को पर्यावरण दिवस भी मनाते हैं। जब तक लोगो में जागरूकता और सहयोग नही है तब तक कोई सफलता नही मिलेगी। मुझे प्रकृति पर्यावरण पर आस्था है। या फ़िनलैंड से विदेशी आए थे, अमेरिका से भी कुछ दिन पहले यहां आए थे, दिल्ली से भी आते रहते हैं। (MS)