होला सबेरे अपना घर छोड़ के...पूर्वी लोकगीत
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से रामविलास एक पूर्वी लोकगीत सुना रहे हैं:
आ आ आ आ आ आ आ आ-
होला सबेरे अपना घर छोड़ के-
गइले यमुना के तीरे कन्हैया जी-
अरे नइया ला बनईह लाभ हो कन्हैंया जी-
हमरा उतार नदी पार-
कन्हैंया जी तोहरा के खिलाएब-
धीरे-धीरे मारिह पतवार कन्हैंया जी...