कारो पड़ गवो रे समदीन मेरी बोलिन के मारे...विवाह गीत
ग्राम ढोलनखापा,तहसील-पांढुर्ना,जिला-छिन्दवाड़ा (मप्र) से कंचन यादव विवाह गीत सुना रहे हैं :
कारो पड़ गवो रे समदीन मेरी बोलिन के मारे-
बार-बार हटकटी समदी होली को राही मत जा-
छेनी को राखी बैकट को लनियन कोलू को राही रात-
कारो पड़ गवो रे...
यार प्यार हटकटी समदिन दुनिया को राही मत जा-
डिमर को राह देखत डिमरीयन छोटा गवो राही रा-
कारो पड़ गवो रे...
बार-बार हटकटी समदी धोबी को राही मत जा-
धोबी की राह देखत धोबियन दुक्डा सा पड़ गई रात – कारो पड़ गवो रे...