ताथैया मुरली वाले, बंशी से मन को भाए...
मन्नूलाल वर्मा पनवार खुर्द, जिला-रींवा (मप्र) से जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में एक गीत सुना रहे हैं:
ताथैया, ताथैया मुरली वाले, बंशी से मन को भाए
सावन का महीना आया, राधा को झूला झुलाया
ताथैया, ताथैया, ताथैया मुरली वाले, बंशी से मन को भाया
कुंजन में दरस दिखाया, राधा संग ब्याह रचाया
ताथैया, ताथैया, ताथैया मुरली वाले, बंशी से मन को भाया
भादौं का महीना आया, जनमे ये अष्टमी पाया
ताथैया, ताथैया, ताथैया मुरली वाले, बंशी से मन को भाया