मोरे मन के सुआ उड़ाय गोरी...दरिया गीत-
ग्राम-डोतमा, जिला-जांजगीर चांपा (छत्तीसगढ़) से संपतलाल यादव एक लोकगीत सुना रहे हैं:
कोयली वो पपीहा बोले-
कुहू कुहू कोयलिया हाये-
मोरे मन के सुआ उड़ाय गोरी तोर-
तोर माया के छैहा डेरा मोला दे देते यार-
पिहू पिहू पपीहा बोले-
कुहू कुहू कोयलिया हाय...