कजरेली नैना के मारे मोला बान... छत्तीसगढ़ी गीत-
जांजगीर चांपा (छत्तीसगढ़) से संपतलाल यादव एक छत्तीसगढ़ी गीत सुना रहे हैं :
कजरेली नैना के मारे मोला बान ओ-
रात होगे बैरी छुटत हे परान-
तोर खातिर गाँव गाँव मा होगे बदनाम ओ-
कैसे कजरेली नैना के मारे मोला बान ओ-
तोर खातिर छोड़ दीहों पढाई लिखाई-
कजरेली नैना के मारे मोला बान ओ...(AR)