बाहर फंसे लोग परेशान, घर पर बैठे-बैठे लोग परेशान, बिना साधन के ऑनलाइन शिक्षा की बातें हो रही है...
दिल्ली से राजेश पाठक उन लोगो की पीड़ा और आज की स्थिति पर संदेश दे रहे हैं, वे बता रहे हैं कि वे लोग जो रास्ते में हैं, फंसे उन्हें कितनी तकलीफ होगी और जो लोग घरो में बैठे हैं वे भी बैठे बैठे परेशान हो गये हैं, स्कूल बंद है, खाली दिमाग सैतान का घर होता है, लोगो के पास न कम्प्यूटर हैं, न लैपटाप है, ऐसे में जो बाते ऑनलाइन शिक्षा को लेकर हो रही है, कैसे संभव है, घर में बच्चे भी परेशान हैं, सरकार का शराब के ठेके चालू करना इस बात का संकेत है कि वे अपने तिजोरी भरना चाहती है, उसे लोगो की परवाह नहीं है, टीबी से लाखो लोग मर जाते हैं, उस पर सरकार ध्यान नहीं देती जबकि ये भी महामारी है| संपर्क नंबर@9350166110.