गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वर...श्लोक-
ग्राम-तमनार , जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पडियारी एक कविता सुना रहे हैं:
गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वर-
इस श्लोक का तात्पर्य समझ नही सका क्यूंकि माता पिता को...(AR)