रुको बच्चो रुको, सड़क पार करने से पहले रुको...कविता
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से रवि वर्मा एक कविता सुना रहे है:
रुको बच्चो रुको, सड़क पार करने से पहले रुको-
तेज़ रफ्तार से जाती इन, गाड़ियों को गुजर जाने दो-
वो जो सर्र से जाती, सफ़ेद कार में गया-
उस अफसर को कही, पहुँचने की कोई जल्दी नहीं है-
वो १२ या कभी-कभी तो, इसके बाद भी पहुँचता है अपने विभाग में-
दिन महीने या कभी-कभी तो बरसों लग जाता है-
उसकी टेबल पर रखी, जरुरी फ़ाईल को खिसकने में-
रुको बच्चों रुको, उस न्यायधिश की कार को निकल जाने दो...