नया साल की खुशी में लोगो में है उमंग...कविता -
तमनार, रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पडिहारी नववर्ष पर एक कविता सुना रहे हैं :
नया साल की खुशी में लोगो में है उमंग – कुछ भी नया नही होता फिर भी मचाते है दंगल – वही सोम वही मंगल फिर भी उत्साह लिए – सभी के दिल दिमाग में जोर शोर से मचा है खलबल – 17 से 18 हुवा केवल बदला वर्ष का सन – जन मन में उथल पुथल उमंग से भर उठा वतन...