लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती...कविता -
ग्राम-देवरी, पोस्ट+थाना-चंदोरा, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से राम जतन कुमार आयाम कुछ पंक्तियाँ सुना रहा है:
लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती-
कोशिश करने वालो की हार नहीं होती-
नहीं किसी अब जहाँ लेकर-
छत्तीस ग्यारह पर सौ बार पिसल जाती है-
मन का विश्वास रंगों में साहस भरता है-
आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती...