साथी हाथ बढाना, एक अकेला थक जाएगा...प्रेरणा गीत
तहसील-जवा, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से ब्रजेश कुमार एक गीत सुना रहे है:
साथी हाथ बढाना, एक अकेला थक जाएगा-
मिलकर भोज उठाना साथी हाथ बढाना-
हम मेहनत वालो ने जब भी मिलकर कदम बढाया-
सागर ने रास्ता छोड़ा पर्वत ने है शीश झुकाया-
फौलादी है सीने अपने फौलादी है बाहे-
हम चाहे तो पैदा कर दे चट्टानों में राहे-
साथी हाथ बढाना...