किसान स्वर : दीवाली में हम किसान अपने जानवरों की पूजा करते हैं और डंडा, ददरिया नाच नाचते हैं...
ग्राम कुकदुर, थाना पंडरिया, जिला कबीरधाम (छत्तीसगढ़) में कामेश्वर राणा उनके साथ के है ग्रामीण किसान कृष्ण कुमार परस्ते अपने ग्रामीण इलाके में किसान खेती-बाडी तथा त्यौहार पर्वों को किस प्रकार से मानते है उसके बारे में बता रहे है | कृष्ण कुमार बता रहे हैं कि सब किसान अभी धान की कटाई का इंतज़ार कर रहे हैं और उसके बाद घरों की लिपाई-पुताई का काम शुरू करेंगे । यह काम दीवाली के पहले पूरा करना है । किसानों की दीवाली के बारे में वे बता रहे हैं कि किसान उसने अपने जानवर की पूजा करते है । शाम को दिया जलाते हैं और डंडा नृत्य करते हैं कुछ साथी अगले दिन ददरिया नाच भी करते हैं । कृष्ण कुमार धान के बाद चना लगाने की तैयारी करेंगे और किसानों को समय पर उसे लगाने की सलाह दे रहे हैं । राणा@9631857438