कबो ना ओराइ हो घर के झमेला...मेला गीत
अनिता कुमारी मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से थावे के मेला पर गीत सुना रही हैं:
कबो ना ओराइ हो घर के झमेला-
हमके दिखाव सजना थावे के मेला-
पूजा कइल जाई सईया नेहिया लगा के-
अक्षत चुंदरी फूल रोड़ी चरण में चढ़ाके-
बड़ी हई दानी मईया लोगवा कहेला-
मेला लागे सईया चुड़िया बिकाला-
हमरा के किन दिही गरवा के माला-
बड़ा निक लागेला सरकस के खेला-
महिमा बा साधु बाबा के बीच जंगल में-
बाबा रहसु जी के मंदिर बाटे बगल में-
धुईयां रमावे जंगल बाबा के चल हमके देखाव...