जो बिना कहे सुन ले उसे दोस्त कहते है...कविता-
ग्राम-छतरपुर, पोस्ट-गजराज, विकासखंड-घुघरी, जिला-मंडला (मध्यप्रदेश) से मोहन मरावी दोस्ती को लेकर एक कविता सुना रहे हैं:
जो बिना कहे सुन ले उसे दोस्त कहते हैं-
जो सुन ले और कुछ न कहे उसे दोस्त कहते हैं-
जो सह ले सब गलतियाँ उसे दोस्त कहते हैं-
जो कंधे से कन्धा मिला दे उसे दोस्त कहते हैं-
जो समझे बूझे और बर्ताव करे उसे दोस्त कहते हैं-
जो ढेर सारा प्यार करे उसे दोस्त कहते हैं...