दुनियां ढूंढरा दिखे धुआं धार... कविता
ग्राम पंचायत देवरी, ब्लॉक प्रतापपुर, जिला सूरजपुर छत्तीसगढ़ से कैलाश सिंह पोया एक कविता सुना रहे हैं:
दुनियां ढूंढरा दिखे धुआं धार,
जंगल पर्वत होए अंधियार,
जो सोए वो खोए जागे वो पाए,
जाए वो खाए सोए वो खोए...