पीड़ितों का रजिस्टर: पुलिस वालों ने नक्सली समझकर जेल ले गयें...
ग्राम-आतुरबेड़ा, पंचायत-भैंसगांव, ब्लॉक-अंतागढ़, जिला-उत्तरबस्तर कांकेर, छ.ग. से सोमारू राम उसेंडी बता रहे हैं, मैं घर में अपने बच्चों के साथ चूल्हे के पास बैठा था, तभी पुलिस वाले आए और कहा आपको थाने में बुलाया गया है। वह अपने गांव के सरपंच और पटेल को लेकर गए और वहाँ उनसे पूछ-ताछ भी नहीं की और 1 सप्ताह भानुप्रतापपुर में रखा। फिर वहाँ से कांकेर जेल ले गए, 3 माह तक वहीं रहे फिर वहाँ से उन्हें जगदलपुर जेल में ट्रांसफ़र किया गया, 6 माह तक वहीं रहे फिर वहाँ से दुर्ग जेल में भेज दियागया वहाँ 8 माह तक रहे। फिर उनके घर वालों ने उनकी जमानत कराई, इस दौरान उनके लगभग 1.50 लाख रूपए खर्च हुए। सरकार की तरफ से अभी तक कोई सहयोग नहीं मिला है, सभी साथी से मदद कि अपील कर रहें है। संपर्क@7646869560.