पीड़ितों का रजिस्टर: अनुकंपा में पिउन की नौकरी मिली, योग्यता के अनुसार पद मिलना चाहिए...
कल्याणी मानिकपुरी, नगर पंचायत दाँतेवाड़ा, जिला-दाँतेवाड़ा, छत्तीसगढ़ से बता रही हैं कि उनके पति रमेश मानिकपुरी, जो की ठेकेदार थे, को माओवादियों ने मार दिया था। उनके पति की मौत के पहले वे लोग ग्राम पंचायत केरलापाल, जिला सुकमा में रहते थे। उनके पति के मरने के बाद उन्हें सरकार से रु. 1 लाख मुआवजा मिला था और अनुकंपा नियुक्ति में पिउन की नौकरी। लेकिन वे कहती हैं कि दूसरे लोगों को मिली मुआवजे की राशि रु. 4-5 लाख है। उनकी सरकार से मांग है कि उनके योग्यता के अनुसार उन्हें नौकरी मिले। इंदिरा आवास योजना के तहत जो 2 कमरे का मकान उन्हें मिलने वाला है, उसे वे ना बेच सकेंगे, ना छोड़ कर जा सकेंगे। इसीलिए वे चाहती हैं कि उस मकान के बदले उन्हें पैसे मिलें, जिसमें वे कुछ और पैसे जोड़ कर अच्छा घर बना पाएंगे। उनकी एक और मांग यह है कि उनके बच्चों की आगे की पढ़ाई के लिए फीस माफ कर दी जाए, ताकि उन्हें अच्छी से अच्छी शिक्षा मिल सके।