मोर जिंदगी में कब आबे राम...भजन-
ग्राम-अमनडुला, जिला-जांजगीर चांपा, छत्तीसगढ़ से चंद्रकांत लहरे एक गीत सुना रहे हैं:
देख के मझानिया कस तरसत है न-
बिन पानी के मछली सही तरसत है न-
मोरे अंगना में कब आबे राम-
मोरे जिंदगी में कब आबे राम...
ग्राम-अमनडुला, जिला-जांजगीर चांपा, छत्तीसगढ़ से चंद्रकांत लहरे एक गीत सुना रहे हैं:
देख के मझानिया कस तरसत है न-
बिन पानी के मछली सही तरसत है न-
मोरे अंगना में कब आबे राम-
मोरे जिंदगी में कब आबे राम...