हाय रे निस्कुलिया लड़े का बड़ा लंगा चांगिया...कुडुक सरहुल गीत
ग्राम- बुटातनाथपुर, पंचायत-पाखड़, ब्लॉक- किस्को, जिला- लोहरदगा, झारखण्ड से फूलमाली उरांव, लक्ष्मी, सुमित्रा उरांव कुडुक (उरांव) भाषा में एक गीत गा रही हैं, ये गीत फागुन के सरहुल पर्व में गाया जाता है :
हाय रे निस्कुलिया लड़े का बड़ा लंगा चांगिया-
इला टिपा लती गेंदा ला थई रे-
नुला टिपा लती गेंदा मार-
हाय रे निस्कुलिया लड़े का बड़ा लंगा चांगिया...
रायो गोड़ा मा मोजा-जूता हाथ मा घड़ी रे-
घड़ी देखइं गेंदा मारईं ले.. घड़ी देखइं गेंदा मार-