हम तो धरती के किसान, भईया धरती के किसान...
कैलाश सिंह पोया, ग्राम-देवरी,जिला-सूरजपुर, छत्तीसगढ़ से एक गीत गा रहे हैं. गीत किसानों के महत्व व आधुनिक परेशानियों पर आधारित है:
हम तो धरती के किसान
भईया धरती के किसान
धरती में खेती कर थएन, धरती के शान
सब जन का दिया ला धियान
भईया भारत के किसान...
कोदो-कुटकी-साँवा, अऊ ! बोथन धान
जेहि अन्न ला खाइके, सब क बढ़ल शान
धरती के किसान...
कलेक्टर-विधायक-मंत्री, कंपनी से मिल-मिलके
छत्तीसगढ़ में खोलथन खदान
भईया हम तो भारत...
हम तो भरता के किसान