भूख मरी में भी जय श्री राम...कविता
कानपूर उत्तरप्रदेश, से के एम् भाई एक कविता सुना रहे हैं, जिसका बिल हैं भूख मरी में भी जय श्री राम|
रोजगार भी नहीं चाहिए आवास भी नहीं चाहिए-
शिक्षा और स्वास्थ की भी कोई बात नहीं-
बीमारी में अल्लाह-अल्लाह गा लूँगा-
बीमारी में अल्लाह-अल्लाह गुनगुना लूँगा-
भूख मरी जय श्री राम का नारे लगा लूँगा-
रोजगार भी नहीं चाहिए आवास भी नहीं चाहिए...