पीड़ितों का रजिस्टर : गाँव में आये हुए पुलिस कैंप के लिए खाना बनाने का आरोप लगा नक्सलियों ने पीटा...
पुनऊराम सलाम बताते हैं कि नक्सलियों से बचने के लिए वे 2004-5 में पलायन कर नरायणपुर आ कर बसे। उनके गाँव बेड़माकोट, ब्लॉक नारायणपुर में पुलिस कैंप आयी हुयी थी। जब पुलिसवाले जंगल में गश्त पे निकले तो वे उन्हें भी अपने साथ ले गए और लकड़ी इकट्ठा करने को कहा। इसके पश्चात नक्सलियों ने उनपे पुलिस के लिए खाना बनाने, कपड़ा धोने का आरोप लगाया व तीन बार उन्हें पकड़ कर मार पीट की। पुलिसवालों ने उन्हें एक चिट्ठी दी, जिसके सहारे वे नारायणपुर में अपने परिवार के साथ जा बसे। उन्होंने गाँव से अपना सामान लाने के लिए एक गाड़ी किराए पे ली थी, किन्तु नक्सलियों ने उस गाड़ी को तोड़ फोड़ कर उनका सामान जब्त कर लिया। सरकार से उन्हें रु.15,000 सहायता राशि मिली। पिछले 15 सालों से वे बनी मजदारी कर अपना गुजारा भत्ता चलाते हैं। उनका एफआईआर दर्ज हो चुका है किन्तु पुनर्वास योजना का लाभ नहीं मिला। संपर्क नंबर 9302184771