खुश रहना मेरे यार... गीत-
ग्राम-मटियाआलम,जिला-कुशीनगर (उत्तरप्रदेश) से सुकई कुसवाहा एक गीत सुना रहे हैं:
नफरत की दुनिया को छोड़ के-
खुश रहना मेरे यार-
इस झूठ की नगरी से-
तोड़ के नाता जा प्यारे-
अमर रहे तेरा प्यार-
जब जानवर कोई इंशान को मारे-
कहते हैं दुनिया में वैहसी उसे सारे...(AR)