सूर्य न बदला चाँद न बदला...गीत-
लखनऊ, उत्तर प्रदेश से सुशील कुमार एक कविता सुना रहे हैं:
सूर्य न बदला चाँद न बदला-
न बदला आसमान-
कितना बदल गया इंसान-
नारी और बहु बेटियों को-
न देते सम्मान-
कितना बदल गया इंसान... (AR)
लखनऊ, उत्तर प्रदेश से सुशील कुमार एक कविता सुना रहे हैं:
सूर्य न बदला चाँद न बदला-
न बदला आसमान-
कितना बदल गया इंसान-
नारी और बहु बेटियों को-
न देते सम्मान-
कितना बदल गया इंसान... (AR)