फूलों से नित हँसना सीखो, भौंरों से नित गाना...बाल कविता-
ग्राम पंचायत-कतियारास, जिला-दंतेवाड़ा, छत्तीसगढ़ से साई एक कविता सुना रहें है:
फूलों से नित हँसना सीखो, भौंरों से नित गाना-
तरु की झुकी डालियों से नित, सीखो शीश झुकाना-
सीख हवा के झोकों से लो, हिलना, जगत हिलाना-
दूध और पानी से सीखो, मिलना और मिलाना-
सूरज की किरणों से सीखो, जगना और जगाना-
लता और पेड़ों से सीखो, सबको गले लगाना...(181999) GT