फूलो से नित हंसना सीखो भवरो से नित गाना...कविता-
ग्राम पंचायत-रक्सा जिला-अनुपपुर मध्यप्रदेश से दिव्या जोगी एक कविता सुना रही है:
फूलो से नित हंसना सीखो भवरो से नित गाना-
तरु की झुकी डालियों से सीखो शीश झुकाना-
सिख के झोके से लो कोमल भाव बहाना-
दूध और पानी से सीखो मिलना और मिलाना-
सूरज की किरणों से सीखो जगना और जगाना-
लता और पेड़ो से सीखो सबको गले लगाना...