मज़बूरी में हम सब मजदूरी करते हैं...गीत-
मुज्जफरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक गीत सुना रही है:
हम मजदूरों को गाँव हमारे भेज दो सरकार सूना पड़ा घर द्वार-
मज़बूरी में हम सब मजदूरी करते हैं-
घर द्वार छोड़ कर के शहरो में भटकते हैं-
जो लेकर हमको चोर आयें वही छोड़ गये मजधार-
कुछ तो करो सरकार-
हमको न पता था की ये दिन भी आयेंगे-
कोरोना के कारण घरो में सब छिप जायेंगे-
हम तो पापी पेट के कारण झेल रहें हैं मार कुछ तो करो सरकार...(AR)