एक गुरु और शिष्य की कहानी-
बहोत पहले की बात है, एक गुरु अपने शिष्यों को शिक्षा देते थे, उसमे एक शिष्य ऐसा था, जो प्रतिदिन अध्यन करने जाता था लेकिन उसे कुछ ज्ञान नहीं होता था, उसे रोज डांट पड़ती थी, जिसके कारण उसके पिता उसे आश्रम नहीं भेजते थे, ऐसा चलता रहा, एक दिन उनके घर के पास बगीचे में एक ऋषि यात्रा के दौरान आराम करने रुके थे, ये देखकर बच्चे के पिता ने उसे भोजन लेकर ऋषि को देने के लिये भेजा, बच्चा उदास मन से उनके पास पहुँचा, ऋषि ने उसके उदासी का कारण पूछा, बच्चे ने सारी बात बतायी, तब ऋषि ने उसे गायत्री मंत्र का उच्चरण करने को कहा, बच्चे ने ऐसा ही किया जिससे उसकी स्मरण शक्ति अच्छी हो गयी, और वह पढ़ने में अच्छा हो गया|