ये भारत के तरुर वीर...कविता
ग्राम- सिंहपुर तरहसील- पंडरिया जिला- कबीरधाम से ओमकार मरकाम एक कविता सुना रहे है|
ये वीर भगीरथ महावीर,
धन भला अपन तरुर स्वरात फल,
फरहर मारत अब रंग महल,
ये रात तेरे, सरकार तेरे,
ये दिल्ली के दरवार पर...
ग्राम- सिंहपुर तरहसील- पंडरिया जिला- कबीरधाम से ओमकार मरकाम एक कविता सुना रहे है|
ये वीर भगीरथ महावीर,
धन भला अपन तरुर स्वरात फल,
फरहर मारत अब रंग महल,
ये रात तेरे, सरकार तेरे,
ये दिल्ली के दरवार पर...