ये धरती हिंदुस्तान की, यह धरती है न मेरी है...कविता-
ग्राम-कुम्हारी, पंचायत-भैसागाँव, विकासखण्ड-अंतागढ़, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से दिव्यंका पांडे, पूजा पोटाई और माही जैन एक कविता सुना रहे हैं :
ये धरती हिंदुस्तान की, यह धरती है न मेरी है-
ये देश किसी के शान की-
खेत में इसके उगे सच्चाई, प्यार भरा खलिहानों में-
बाग मे खुशबू उड़े अमन की-
दिया जले तुफानो में...